Tuesday 8 April 2008

करवा चौत

भारत में औरतों के लिए सबसे पवित्र दिन करवा चौत है। इस दिन भर्तियाँ औरतें अपने पती की लम्भी उमर के लिए व्रत रखती है। वह पूरे दिन एक बूँद पानी नही पीती और भोषण भी नही करती। शाम को सब औरतें मिलकर थालियों में दिए और फल रखती है और करवा चौत माता की कहानी सुनती है। रात को वह चाँद देखकर अपने व्रत खोलती है। करवा चौत बहुत प्रेम और खुशी से मनाया जाता है। सब शादी शुधा औरतें खूब घेने और रंगीन कपड़े पहनकर भगवन से अपने पती की प्राथना करती है। उनकी मांग सिन्दूर से भरी होती है और वह लाल चुरियाँ पहनती है नई नवेली दुलहन की तरह। करवा चौत सब त्यौहरो से अलग है क्योंकी यह सच्चे प्रेम की परीक्षा है हर पती पत्नी के बीच।

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