Saturday, 28 February 2009
दहेज़ प्रथा
दहेज़ प्रथा
Friday, 27 February 2009
दहेज प्रथा
दहेज प्रथा
Thursday, 26 February 2009
दहेज प्रथा
Wednesday, 18 February 2009
Wednesday, 11 February 2009
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
Tuesday, 10 February 2009
Monday, 9 February 2009
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच भंगरा है क्यों की मुझे बहुत मज़ा आता है जब में पंजाबी घनो पे नाचता हूँ
बचपन से मैं और मेरा परिवार पंजाबी घनो पे नाचता अ रहा है
हम लोगो को भंगरा इतना पसनंद है के हम कही भी शरू हो जाते है
मैंने सबसे जादा अपने मामा की शादी पे नाचा था
शादी भारत मैं हुई थी और बरात मैं ढोल बजा था और उस ढोल पे नाचना का एक अलग से ही माजा है
मैंने और मेरे परिवार ने खूप डांस किया था उस शादी पर और हमने जादा तर पंजाबी घनो पे भंगरा किया था
मुझे बॉलीवुड घनो पे नाचा भी अच लग ता है लेकिन इस नाच का कोई नाम नही है
इन घर्मियो के चुतियूं में में दोबारा भारत जाऊंगा और किसे की शादी में फिर से भंगरा पाउँगा
मेरी कोउसिं भाई के शादी हो सकती है तो मुझे अच्छा नाचने का मुका मिल सकता है
यहाँ मैं गाड़ी और नहाने के वक्त पंजाबी घाने काफी सुनता हूँ और कभी कभी बीच सड़क पर शरू होजाता हूँ
मुझे भंगरा नाच बहुत पसंद है
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच रास है। इस साल, मैं मिशिगन रास टीम में डांस कर रहा होऊं। रास गुजूरात से है और मुझे बुहुत मजदर लगता है। एक दो फाथे पहेले मेरी टीम ने डंडिया धमाका में नचा था। डंडिया धमाका एक बड़ी कोम्पितिशुं जिसमे दस स्चूल्स नाचते हैं। सब स्कूलस साथ मिनट के लिए डंडिया को जोर से उड़ते हैं। मुझे स्ताज पर डांस करना बहुत अच्छा लगा। एक हजार लोग के सामने नाचना करने में थोड़ा सा डैड तो होता है। लकिन जब गाने शुरू होते, फिर मैं ये सब भूल जथा होऊं।
भरतनाथहत्यम
भरतनाथहत्यम बस नाच नही है, पुजा भी है। कुच संगीत शिवजी के है, लेकिन बहुत सारे दुसरे के भी है। अक्सर नर्तकी कि सात गवैया भी होते है, लेकिन आज कल रिकोर्देद भी होता है।
भरतनाथहत्यम एक बहुत सुन्दर विद्या है, और लोग सद नाचेंगे।
Sunday, 8 February 2009
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
Chhau
मेरा मंद पसंद लोक नाच
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच डांडिया है। बहुत तरह के रास है, लेकिन डांडिया रास सबसे मशहूर है। डांडिया रास पश्चमी भारत से है, गुजुरात में। डांडिया रास में आदमी और औरतें साथ साथ नाचते हैं। उनके हाथ में दो डांडिया हैं। वे डांडिया हाथ में घूमाते हैं और दोनों डांडिया को मारते हैं। पुराने दिनों में, डांडिया रास ज्यादा गाना नहीं था। सिर्फ़ दोल का आवाज काफ़ी था। अब, डांडिया रास में ज्यादा गाना है और दूसरे बाजे है। पचास साल पहले, हिन्दुस्तानी फिल्में में डांडिया रास का इस्तमाल शुरू हुआ। इस के कारण, डांडिया रास का तरीका बदल गया। उधारानार्थ, बहुत लोग अम्रीका में सिर हिलाते है।
आदमी और औरतें बहुत रंगीले कपड़े पहनते हैं, और औरतें बहुत सुंदर गहने पहनते हैं।
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
मेरा मन पसंद नृत्य गरबा-रास है। रास और गरबा दोनों चक्कर में खेलते है क्योंकि जिंदगी और मरण की तरह नकल करते है। सब पहले रास गुजुरात से शुरू हुआ। रास दो लकड़ी के साथ खेलते है। कम से कम दो लोग होने के लिए लेकिन दो से ले कर कितने भी अधिक लोग हो सकते है। रास-गरबा के बहुत सारे अलग अलग प्रकार होते है। रास के मुख्य पाँच कदम होते है। अन्य तरह के रास में ज्यादा क्दमे भी होते है। मैंने पहले बार पाँच कदम रास सिखा। मैंने जब प्रतियोगिता में बाग़ लिए था टीबी दस कदमों का रास किया था। और मेरे समूह बाराह लोग थे। में सिर्फ़ दस साल की थी और मुझे बहुत मज़ा आयी थी उसके बाद इस लिए मैंने कई बार प्रतियोगिता में बाग़ लिया। दो रास का नृत्य निर्देशन किया था। मैंने अलग हिन्दुस्तानी नुत्य सिखने की कोशिश थी लेकिन मुझे सबसे ज्यादा रास-गरबा ही पसंद आया।
मेरा मंद्पसंद भारतीय नाच
- भारत में अनेक प्रकार के नृत्य हैं और उन सब में से मुझे गरबा रास बहुत पसंद हैं। यह नाच का आरम्भ भगवान कृष्ण के ज़माने में हुआ । कहा जाता हैं की भगवान् कृष्ण, वृन्दावन के गोपिकोँ के साथ रास लीला का नाच करते थे। आज यह नाच गुजरात में बहुत मशहूर हैं। नवरात्री के त्यौहार पर, हर सभी गरबा रास करते हैं। जब में मुंबई में रहती थी, तब हर साल मेरे स्कूल में नवरात्री का समारोह होता था।मुझे यह नाच इसलिए पसंद हैं क्योंकि हर सभी को सज-धजने का मौका मिलता हैं। लड़कियां घागरा चोली पेहेंती हैं और लड़के सलवार कुरता पहेंते हैं। इस अवसर पर सभी अपने परिवार के सदसियों और दोस्तों के साथ नाचते हैं। गरबा रास में लोग एक घेरे में नाचते हैं ओर रास नाच में 'डांडिया' का इस्तिमाल भी किया जाता हैं। संगीत बहुत ही जोहिला होता हैं उसमे ढोलकी कास बहुत प्रयोग होता हैं। इन सब चीजों के कारण मुझे यह नाच बहुत ही पसंद हैं।
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
लोक नृत्य
मुझे रास के लिए जो बहुत पसंद हैं वह हैं ढोल। रास के पीछे संगीत हैं जो बजते हैं वह हैं ढोल। बहुत ऊची आवाज़ से ढोल बजती है तो मैं खदेडकर नाचने शुरू हो जाता हूँ। यह बर्ष मै लिअसों था उ.इ.क कि टीम के लिए। जब वेह चिकागो मै से आए थे, तो मैंने वह टीम को घुमाया। बहुत मज़ा आयी थी मुझे टीम के साथ।
समाजो के मुझे नाचता नही आता क्योकि रास करना बहुत कतठिन बात नही हैं। मुझे रास करता नही आता क्योकि मै सिर्फ़ ऐसा आदमी हु। मैं तो सीधे साधे चल भी नही सकता। मैं तो दूसरी चोप्डी (ग्रेड) जब भंटा था, तब मेरी जिम शिक्षक मुझे लड़किया के साथ दोदाती थी। मुझे बिल्कुल ख़बर हैं के आप रास करना कहते हो तो आप कर सकेंगे।
ठीक हैं, यह बात करने के लिए मेरी अंगदी को प्यास लगी हैं। मै पानी पीकर चालू
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
Saturday, 7 February 2009
मशहूर भारतीय नाच
भार्तनातिय्म आठ में से एक हिन्दुस्तानी शास्री नाच है। यह नाच दक्षिण भारत से आई। लोगों मंदिर में प्र्दशिंत करते थे। अब लोगों मंच पर नाचते हैं। सर्वाधिक लोगों बचपन में भारतनातिय्म शुरू करते हैं। चेहरे का भाव बहुत महत्वपूर्ण है। सारे गतियाँ स्पष्ट और मजबूत होना चाहिय। नर्तकियाँ पारंपरिक कपड़े और बडे जेबर पहनती हैं। नाच हमेशा कहानी बताते हैं। प्राय संगीत बजे नृत्य के साथ होते हैं। मैं दो साल के लिए भार्तनाटिय्म नाचती थी। यह नाच अच्छी तरह से सीखने के लिए हर हफ्ते काफी घंटों के लिए अभ्यास करना होता हैं। दस-बारह साल के बाद नर्तकियाँ अन्गेत्र्म में अकेली नाचती है। सारे परिवार और दोस्त देखने आते हैं। मैं चाहिती हूँ कि मैं आज भार्तनाटिय्म करती हूँ। यह बहुत सून्दर भारतीय नाच है।
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
भंगडा
भंगड़ा एक भारतीय लोक नाच है । पंजाब में शरू हुई थी । शरू में, लोग भंगड़ा उछल आने के लिए करते थे । यह एक मुजेदार और तेज़ नाच है । आज-कल भंगड़ा सिर्फ़ एक भारतीय लोक नाच नही है - लोग अमेरिका, कनेडा, और युरप में करते है ।
भंगड़ा के साथ तरीके है - झूमर, लूद्दी, गिद्धा , जुल्ली, दान्कारा, धमाल, सामी, किकली, गतका । हर तरीका असमान है। यह है संस्कृति तरीके । आज-कल लोग हिप-होप, रेग्गे, और टेक्नो नाच भंगड़ा के साथ करते है। गाने बहुत दिलचस्प है क्यूंकि आज-कल गाने एक बड़ी मिलाव है। झूमर, लूद्दी, और धमाल में नर्तक बृत में नाचते है । दान्कारा में, नर्तक लड़की के साथ नाचते है । अक्सर लडकियाँ गिधा लेकिन नशे में आदमियो भी करते है। किकली एक लडकियाँ का नाच है और उस नाच में लोग बोलियाँ गाते है । गतका एक सीखी मार्शल आर्ट है ।
भंगडा में नर्तक बहुत सुंदर कपडे पहते है । आदमी कुर्ता और चादर पहते है और औरते सलवार पहती है ।
Friday, 6 February 2009
मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच
मुझे नाच बहुत अच्छा पसंद है। मेरा मनपसंद नाच, "फयूसन" है। यह डांस दोनों अंग्रेज़ी और भारतीय का नाच है। लेकिन, मेरा मनपसंद भारतीय लोक नाच "रास गरबा" है। हिन्दुस्तानी की संस्कृति में, कृष्ण ने यही नाच राधा के साथ खेले। यह नाच का नाम "रास लीला" था। अब, रास गरबा गुजुरात में बहुत मशहूर है।
एक बार, मेरे हीय स्कूल में, मैं और अपने दोस्त एक गरबा डांस नाचे। हम अपना स्कूक का "कल्तुरल शो" के लिए नाचे। यह डांस के लिए, हम सब ने बहुत प्रैकटिस किया। गरबा नाच में, लड़के और लडकियां दोनों नाचते हैं। लड़कियों के कपड़े का नाम "घगरा चोली" है। यह डांस में, "दान्डीया" के साथ नाचते है। हमारे कल्तुरल शो के लिए, हमारा डांस का गाना का नाम "डोल बाजे" था। रास गरबा में, दोनों कपड़े और संगीत बहुत मजेदार और सुंदर हैं।
Wednesday, 4 February 2009
मेरा मनपसंद शास्त्रीय नाच (पार्ट २)
मेरा मनपसंद शास्त्रीय नाच
Tuesday, 3 February 2009
दहेज प्रथा
Monday, 2 February 2009
मेरी मनपसंद भारत्या लोक नाच
मेरी मनपसंद लोक नृत्य डंडिया रास है। यह गुजुरत स्टेट कि सबसे मशहूर नृत्य है। यह नवरात्री के समय किया जाता है। डंडिया रास लड़की और लड़को दोनों करते है। अपने हाथो में दो डंडिया पकड़ले है और हम के नाचते है। लड़कियाँ गाग्रा चोली फ्न्थी है और लड़को केडिया और टोपी। कहते है कि डंडिया दुर्गा देवी कि छुड़ी कि जगह में है। लड़कियाँ खुब गहने पहनती है। नृत्य बहुत तेज और खटिं है। इस नृत्य के सात ढोल का इस्तेमाल किया जाता है। में साथ साल से रास कर रही हूँ। में फोगना कौम्पटिशन में हिस्सा लेती थी। मैं कॉलेज में रास टीम में भर्ती होने में खोशिश कि और सफल हुई। मेरे टीम के सात हम मेरी अमेरिका में रास के कौम्पटिशन में हिस्सा लेते है। मुझे रास के कोस्तुमे सबसे पसंद है। मैं आशा करती हूँ कि मैं यह नृत्य बहुत साल टक करूं क्योंकि यह मेरी सबसे मन्पसंढ लोक नृत्य है।