भरतनाथहत्यम बस नाच नही है, पुजा भी है। कुच संगीत शिवजी के है, लेकिन बहुत सारे दुसरे के भी है। अक्सर नर्तकी कि सात गवैया भी होते है, लेकिन आज कल रिकोर्देद भी होता है।
भरतनाथहत्यम एक बहुत सुन्दर विद्या है, और लोग सद नाचेंगे।
भरतनाथहत्यम बस नाच नही है, पुजा भी है। कुच संगीत शिवजी के है, लेकिन बहुत सारे दुसरे के भी है। अक्सर नर्तकी कि सात गवैया भी होते है, लेकिन आज कल रिकोर्देद भी होता है।
भरतनाथहत्यम एक बहुत सुन्दर विद्या है, और लोग सद नाचेंगे।
No comments:
Post a Comment