Tuesday 21 April 2009
गुजराती शादी
मैं गुजरात से हूँ और हमारे यहाँ शादियाँ के पहले "संजी" होता है. हिंदी में इसे "संगीत" कहते हैं. संजी की रात औरतें और आदमी मिल कर गरबा करते हैं और गाना गातें हैं. घर के बच्चे इस रात नाच गाना तैयार कर के सब के सामने पेश करते हैं और घर के बुजुर्ग भी नाचते और गाते हैं. किसी भी शादी में यह रात मेरा सब से मन पसंद रात होता है. पिछले साल मेरी चचेरी बेहेन की शादी में मैं और मेरे भाई बेहेन ने मिल कर एक नाच पेश किया. दूल्हा और दुल्हन ने हमारा नाच बहुत पसंद किया और बहुत खुश थे. उस रात मेरे पिता जी और उनके भाई बेहेन भी साथ साथ गाये और नाचे. इसलिए मुझे संजी इतना पसंद है क्यूंकि यह मौका था पूरे परिवार को साथ वक़्त गुजारने का. जब मेरे बड़े भाई की शादी होगी मैं संजी में खूब नाचूंगी और सब को भी नाच्वऊंगी.
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