Saturday 21 March 2009

शादी का प्रथा

शादी के एक दो दिन पहले दुलहा और दुलहन को पीठी लगाई जाती है। हल्दी में गुलाब जाल दाल के पीठी "पेस्ट" बनाते है। यह "पेस्ट" चहरे पे, हाथ पे, और पाँव पे लगाई जाती है। लोग कहते हैं कि यह करने से दुलहा और दुलहन के शरीर पर चमक आ जाती हैं। परिवार के सब लोगों को मौका मिलता है। और एसेसब मिलके खुशी बंटाई हैं।
महेंदी लगा के रकना...
महेंदी की रस्म में इस तरह के संगीत बजते है। महेंदी दुलहन के हाथों और पाँव पे लगाते हैं। कोई दुलहन अपने पुरे हाथों पे और कोई सिर्फ़ कोहने तक महेंदी लगती हैं। विवाह समारोह में परिवार और स्नेहीं लड़कियाँ अपने हाथों में महेंदी लगाती हैं। दुलहा का नाम महेंदी के द्दारा दुलहन के हाथों पे लिखा जाता है और दुलहा को यह दुंदना पड़ता है। उस से बहुत हँसे - मज़ा आयेंगे।

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