Sunday 22 March 2009

मेरी परिवार के विवाह सम्भंधी रीती रिवाज़ - प्रतिक नरूला

हमारे परिवार में शादी से एक दिन पहेले शाम के समय घर के एक कोने में एक मटका पानी का भर के उस के ऊपर गुलाबी रंग का कपडा रखते है जोकि लड़का यह लड़की के मामा के घर से आता है . और उस के साथ ही मीठे पीले चावल भी रखते है .
फिर घर के सदस्य एक कागज़ पर उस परिवार के जितने भी पुरूष है उनके नाम लिखते है फिर लड़का या लड़की अपने हाथो पर मेंहदी लगाके उस कागज़ पर अपने हाथ छापते है. फिर वह पीले चावल सब रिश्तेदारों को बांटेते है

मुझे यह रिवाज़ बिलकुल भी नहीं समझ आते है लेकिन यह रिवाज़ बहुत सालो से चलता ही आरहा है

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